जहीर खान की जीवन कहानी | zaheer Khan Biography in Hindi

नमस्कार दोस्तों, आज हम बात करेंगे ज़हीर खान के बारे में Zaheer Khan Biography in Hindi जहीर खान भारतीय क्रिकेट का वह तेज गेंदबाज है. जो शायद ही कपिल देव के बाद भारतीय टीम में हमने ऐसा गेंदबाज देखा होगा. जहीर खान कुछ ऐसे चुनिंदा गेंदबाजों में से है जो नई और पुरानी गेंद से दोनों तरफ स्विंग कराने की क्षमता रखते थे.

Zaheer khan life story – ज़हीर खान परिवार 

Zaheer Khan Biography in Hindi– जहीर बख्तियार खान का जन्म 7 अक्टूबर 1978 में श्रीरामपुर, अहमदनगर, महाराष्ट्र के एक मुस्लिम मराठी परिवार में हुआ था. zaheer khan family मैं उनके पिताजी बख्तियार खान, माताजी राखिया खान, और दो भाई है जीशान खान और अनीश खान है.

जहीर खान ने अपनी शुरुआती शिक्षा “न्यू मराठी प्राइमरी स्कूल” से ली. बाद में के. जे. सौमया सेकेंडरी स्कूल से अपनी शिक्षा पूरी की. ज़हीर खान वैसे तो कोई अमीर परिवार से नहीं थे. उनका बचपन काफ़ी गरीबी में गुजरा. पर जहीर खान बचपन से ही काफी मेहनती थे और कुछ कर गुजरने की चाहत रखते थे.

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बचपन में उन्हें भी क्रिकेट खेलने का बेहद शौक था. पर खेलते खेलते जहीर की क्रिकेट खेल में रुचि बढ़ती गई. और कभ यह उनका जुनून और पागलपन बन गया. यह उन्हें भी पता नहीं चला. और तब उन्हें क्रिकेटर बनने की ठान ली. और उनके पिताजी ने भी उन्हें सपोर्ट किया.

पर उनके पिताजी की इच्छा थी कि वह अपनी पढ़ाई पूरी करें.जहीर ने जैसे ही अपनी पढ़ाई पूरी की.वह क्रिकेट का प्रशिक्षण लेने के लिए मुंबई आ गए और मुंबई आकर उन्होंने “ मुंबई नेशनल क्रिकेट क्लब ” जॉइन कर ली. पैसे तंगी होने के कारण जहीर अपने मुंबई के अपने रिश्तेदार के यहां रहने लगे. पर उस छोटे से घर में कम जगह होने के कारण ज़हीर को जमीन पर ही सोना पड़ता था.

”मुंबई नेशनल क्रिकेट क्लब” में ज़हीर के कोच सुधीर नाईक उन्हें बहुत सहयोग करते हुए. जहीर को एक निजी कंपनी में जॉब लगवा दी. और वहां उन्हें सिर्फ 5000 रूपये तनखा मिलती थी. उस में ज़हीर खान का उन पैसों में अच्छा/खासा गुजारा हो जाता था.

उन्होंने ”नेशनल क्रिकेट क्लब” की तरफ से खेलते हुए काफी अच्छा प्रदर्शन किया. और कई टूर्नामेंट जीत में अहम योगदान दिया. उनका यह प्रदर्शन देखकर उनके कोच सुधीर नाईक ने उन्हें चेन्नई के “एम.आर.एफ पेस फाउंडेशन” में भेजा. वहां जब ऑस्ट्रेलिया के महान तेज गेंदबाज “डेनिस लिली” ने उन्हें पहली बार देखा तभी उन्होंने जहीर खान के अंदर के हुनर को पहचाना. और भारतीय क्रिकेट में उनका भविष्य काफी उज्जवल रहेगा यह कहा.

यही बात “एम.आर.एफ पेस फाउंडेशन” डी शेखर को भी लगी. और उन्होंने वक्त जाया न करते हुए जहीर खान को फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलने के लिए वडोदरा गुजरात भेज दिया. मिले हुए मौके का ज़हीर खान ने भी भरपूर फायदा उठाया. और बड़ोदरा की तरफ से शानदार गेंदबाजी की और अपने हुनर का सबको परिचय दिया.

ज़हीर खान के इस शानदार प्रदर्शन के कारण “बड़ोदरा टीम” ने रेलवे टीम को हराकर 43 साल बाद “रणजी ट्रॉफी” जीती.और इस मैच में जहीर खान ने 145 रन देकर 8 महत्वपूर्ण विकेट निकाले थे.

Zaheer khan international Career – ज़हीर खान आंतराष्ट्रीय करियर 


Zaheer Khan Biography in Hindi-बड़ोदरा टीम से घरेलू क्रिकेट खेलते हुए लगातार अच्छे प्रदर्शन का तोहफा ज़हीर खान मिला और 2000 में भारतीय टीम में उनका चयन हुआ. 3 अक्टूबर 2000 में उन्होंने अपना पहला एकदिवसीय मैच “आईसीसी नॉकआउट टूर्नामेंट” में कीनिया के खिलाफ खेला.

उन्होंने अपने पहले ही मैच में बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए 3 विकेट निकाले. एकदिवसीय मैचों में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे जहीर खान को उसी साल इंडियन टेस्ट टीम में शामिल कर लिया गया. जहीर ने अपना टेस्ट डेब्यू 10 नवंबर 2000 को बांग्लादेश के खिलाफ किया.


टेस्ट और एकदिवसीय दोनों फॉर्मेट में जहीर बेहतरीन गेंदबाजी कर रही थे. जहीर खान की ख़ास बात ये थी ज़हीर नई और पुरानी गेंद से दोनों तरफ गेंद स्विंग करा सकते थे. इसलिए बल्लेबाजों में उनकी गेंदबाजी को लेकर काफी दहशत थी. यह बात उस वक्त के भारतीय कप्तान सौरव गांगुली बखूबी जानते थे.

सौरव गांगुली का झुकाव पहले से ही युवा खिलाड़ियों की तरफ था. उनकी कप्तानी में वो हमेशा युवाओं को भरपूर मौका देते थे. गांगुली ने उन्हें जवागल श्रीनाथ, आशीष नेहरा और अजीत आगरकर जैसे तीन तेज गेंदबाजों के पेस अटैक में शामिल कर लिया. ज़हीर खान ने भी अपने कप्तान का भरोसा टूटने नहीं दिया और बेहतरीन गेंदबाजी करने लगे.

कुछ सालों तक भारतीय टीम के लिए भरपूर विकेट निकाले और भारतीय टीम के जीत में महत्वपूर्ण योगदान देते रहे. फिर आगे हुए वर्ल्डकप2003 में भी उन्हें मौका मिला तब तक जहीर भारतीय टीम के महत्वपूर्ण गेंदबाज बन चुके थे.

वर्ल्डकप2003 में जहीर खान का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा. कहते हैं कि राहुल द्रविड़ की बल्लेबाजी और जहीर खान की गेंदबाजी की वजह से ही भारतीय टीम 1983 के बाद पहली बार “वर्ल्डकप2003” फाइनल में पहुंची. इस वर्ल्ड कप में जहीर खान ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भारतीय टीम से सबसे ज्यादा विकेट लिए. और ओवर ऑल चौथे नंबर पर रहे.

पूरे टूर्नामेंट में सटीक लाईन और स्विंग गेंदबाज़ी से बल्लेबाजो के लिये मुश्किले खड़े कर रहे ज़हीर खान “वर्ल्डकप2003” फाइनल में अपनी एकाग्रता खों बैठे. और ऑस्ट्रेलियाई ओपन मैथ्यू हैडेन के साथ जुबानी जंग में अटक गए. इस फाइनल मैच में ज़हीर बेहद महंगे साबित हुए उन्होंने अपने….7ओवर में 9.57Eco से 2NB,6WD से 67 रन दे दिये.

आमतौर पर सभी तेज गेंदबाजों को जिस मुश्किलों से गुजरना पड़ता है. वही मुश्किल से जहीर खान भी गुजरे. जहीर के बार-बार इंजर्ड होते रहे. इसका प्रभाव उनके क्रिकेट करियर में भी दिखाई दिया. और वह कई बार भारतीय टीम से ड्रोपआउट होते रहे.

इस दौरान नए तेज गेंदबाजों को मौका मिला उसमें इरफान पठान, श्रीसंत, आरपी सिंह और मुनाफ पटेल जैसे गेंदबाज थे. उन्होंने भी मिले हुए मौक़े का भरपूर फायदा उठाया. और अच्छे प्रदर्शन करते हुए जहीर की कमी भारतीय टीम को खलने ने नहीं दी. पर बाद में फिट होने के बाद भी जहीर को टीम में जगह बनाना मुश्किल हो रहा था.

तब उन्होंने 2005 में इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट में खेलने का फैसला लिया.और वह लगातार 5 महीने काउंटी क्रिकेट में “यॉर्कशायर” से खेलते हुए शानदार गेंदबाजी करते रहे. वहां उन्होंने कुल मिलाकर 78 विकेट निकाले. इस प्रदर्शन की वजह से ज़हीर खान को भारतीय टीम से बुलावा आ गया.

2007 में साउथ अफ्रीका दौरे के लिए उनका चयन हुआ उसके बाद में अपने प्रदर्शन में निखार आया और फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा.

“वर्ल्डकप2007” भारतीय टीम का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा.और पर आगे आने वाले सालों में जहीर खान ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन जारी रखा. और “वर्ल्डकप 2011” जहीर खान के क्रिकेट करियर का सबसे सुनहरा दौर रहा.

“वर्ल्डकप2011” ज़हीर खान ने विश्व क्रिकेट को “नकलबॉल” जैसा तोहफा दिया.”नकलबॉल” ज़हीर खान के ही दिमाग की उपज थी. और इसका इस्तेमाल उन्होंने पहली बार “वर्ल्डकप2011” में इंग्लैंड टीम के खिलाफ किया. और लगभग हारी हुई मैच भारतीय टीम को टाई करवा दी.

इस वर्ल्डकप में ज़हीर ने शानदार प्रदर्शन किया. खेले गए 9 मैचों में 21 विकेट लेकर शाहिद अफरीदी के साथ संयुक्त रूप से ”वर्ल्डकप2011” के हाईएस्ट विकेटटेकर रहे. और 23 साल बाद भारतीय टीम ने फिर से वर्ल्ड कप जीता. और ईस जीत में ज़हीर खान का बहुमूल्य योगदान रहा.

इसी तरह घरेलू और विदेशी जमीन पर खेले गए एकदिवसीय और टेस्ट मैच में भी ज़हीर का शानदार प्रदर्शन रहता था. और कई जीत में उनका बहुमूल्य योगदान भी रहा.
“जहीर खान आईपीएल करियर” जहीर खान पहली बार आईपीएल में “रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु” की टीम से खेलते हुए दिखे. वह मुंबई और आखिर में दिल्ली खेलते हुए दिखे.

और भारतीय टीम के इस शानदार गेंदबाज ने 2015 में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का फैसला लिया.

# जहीर खान एकदिवसीय करियर- में उन्होंने कुल 200 मैच खेले.और इसमें 282 विकेट निकाली. सर्वश्रेष्ठ-5/42

# जहीर खान टेस्ट करियर- उन्होंने कुल 92 मैच खेले और इसमें 311 विकेट निकाली. सर्वश्रेष्ठ-7/87

# जहीर खान आईपीएल करियर- उन्होंने कुल 100 मैच खेले और इसमें 102 विकेट निकाले. सर्वश्रेष्ठ-4/17

# जहीर खन टी20 करियर- उन्होंने कुल 17 मैच खेले और इसमें 17 विकेट निकाले. सर्वश्रेष्ठ-4/19

Zaheer Khan Hobbies – ज़हीर खान पसंदीदा बाते 

zaheer khan biography in hindi-मे हम अब बात करेंगे ज़हीर ख़ान से जुड़ी रोचक बातें….जहीर खान गर्लफ्रेंड, जहीर खान वाइफ के बारे में बातें करें तो जहीर खान का नाम सबसे पहले भारतीय “एक्टर और मॉडल ईशा शेरवानी” से जुड़ा. इन दोनों का अफेअर काफी दिनों तक चर्चा मे रहां. खबर यह भी थी कि दोनों शादी करने वाले थे. और दोनों की शादी की बात भी पक्की हो गई थी. और कई मौकों पर दोनों साथ ही दिखाई देते थे. पर बाद में कुछ कारणों की वजह से वह दोनों अलग हो गए.


फिर जहीर की लाइफ में आई “एक्टर सागरिका घाटगे”. सागरीका भी एक एक्टर ही है. उन्होंने 2007 में “चक दे इंडिया” से अपनी हिंदी फिल्मों की शुरुआत की. चक दे इंडिया के बाद सागरिका घाटगे 2012 में इमरान हाशमी के साथ “रश” नामक फिल्म भी आ चुकी है.

सागरिका “दिलदरिया” नामक पंजाबी फिल्म में भी काम कर चुकी है.और अभी फिलहाल वो “मानसून फुटबॉल” नामक फ़िल्म कर रही है. ज़हीर और सागरिका की पहली मुलाकात उनके एक कॉमन फ्रेंड ने करवाई थी.फिर दोनों में दोस्ती हुई.और यह दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई. सागरिका बताती है…जब ज़हीर मेरे परिवार से मिलने आये थे तब मुझ से जादा मेरे परिवार को ज़हीर पसंद आये थे.क्योकि ज़हीर बहोत अच्छी मराठी बोल लेते थे. परिवार ने इजाज़त देने के बाद फिर दोनों ने 24 अप्रैल 2017 को सगाई कर ली. और नवंबर 2017 में दोनों शादी के बंधन में बंध गए.

जहीर खान होब्बिस की बात करें तो उन्हें जिम में जाना और ट्रैवलिंग करना काफी पसंद है.

* पसंदीदा क्रिकेटर – सचिन तेंदुलकर, विव रिचर्ड्सन.

* पसंदीदा बॉलर – वसीम अकरम.

* पसंदीदा खाना – मटन बिरयानी.

* पसंदीदा अभिनेता – अमिताभ बच्चन-आमिर खान.

* पसंदीदा अभिनेत्री –

* पसंदीदा गायक –

* पसंदीदा जगह – गोवा, दुबई. 
 
* पसंदीदा गाड़ियां –

* पसंदीदा कलर – काला और सफेद.

* पसंदीदा खेल – क्रिकेट और हॉकी.

Zaheer khan Achievements/Records – ज़हीर खान पुरस्कार कीर्तिमान 


(1) जहीर खान टेस्ट क्रिकेट में 5 बार “मैन ऑफ द मैच” और 3 बार “मैन ऑफ द सीरीज” रह चुके हैं.

(2) एकदिवसीय क्रिकेट में जहीर 6 बार “मैन ऑफ द मैच” और 1 बार “मैन ऑफ़ द सीरीज” चुने जा चुके हैं.

(3) टेस्ट क्रिकेट में 11 नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए सर्वोच्च स्कोर 75 रन का रिकॉर्ड भी ज़हीर के नाम पर है.(बांग्लादेश)विरुद्ध जो बाद में 2012 में वेस्टइंडीज के बेस्ट ने तोड़ा.

(4) टेस्ट क्रिकेट में 10 वी विकेट के लिए सर्वोच्च साझेदारी का रिकार्ड भी ज़हीर के नाम पर है.जहीर ने सचिन तेंदुलकर के साथ मिलकर 133 रन की साझेदारी की थी.

(5) टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय में मैं जहीर खान पांचवें गेंदबाज है.(311) और एकदिवसीय क्रिकेट में 4 स्थान पर आते हैं.

ज़हीर खान पुरस्कार –

(1) 2008 में जहीर खान को “विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर” भी चुना गया.

(2) 2011 में जहीर खान को भारतीय सरकार की तरफ से “अर्जुन अवॉर्ड” से भी नवाजा गया.

 

Hello दोस्तों आपको ये सब जानकारी (post) कैसी लगी हमें ज़रूर बताये. कुछ सुझाव होगे तो हमें बिलकुल कहे. हम बिलकुल उन चीजों में सुधार करेंगे…धन्यवाद

 

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